मैकडॉनल्ड, डोमिनोज, बर्गर किंग, पिज्जा हट, तनिष्क ज्वेलर जैसी ब्रांडेड कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलवाने के नाम पर 39.20 लाख रुपए की साइबर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को साइबर थाना सेंट्रल ने किया गिरफ्तार
फरीदाबाद: ( नितिन कस्तूरिया ) 24 अगस्त, डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ के दिशा निर्देश व एसीपी साइबर अभिमन्यु गोयत के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए साइबर अपराध सेंट्रल प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र व उनकी टीम ने साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के 2 आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार किया है।
डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रशांत कुमार उर्फ रवि तथा कोशैलेंद्र उर्फ लल्लू का नाम शामिल है। आरोपी प्रशांत कुमार उर्फ रवि वर्तमान में पुणे में अपने परिवार के साथ रहता है। दोनों आरोपी मूल रुप से बिहार के रहने वाले हैं। आरोपी प्रशांत कुमार उर्फ रवि ने कम्प्यूटर साइंस से बीटेक किया हुआ है और मुम्बई में एड एजेंसी में काम करता है। आरोपी कोशैलेंद्र 10+2 पढ़ा हुआ है। आरोपी ने वर्ष 2019 में एक अन्य साइबर वारदात को अंजाम दिया था। जिसमें आरोपी को उडीसा पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया था। आरोपी ने साइबर फ्रॉड की वारदातो को मुम्बई, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद और उडीसा में अंजाम दे रखा है। आजकल अपना बिजनेस सेटअप करने के लिए लोग विभिन्न प्रकार के तरीके अपनाते हैं। कोई अपना नया बिजनेस शुरू करता है तो कोई पहले से जमे जमाए बिजनेस में अपनी हिस्सेदारी डालकर इसे आगे बढ़ता है। इसी प्रकार डोमिनोज, बर्गर किंग, मैकडॉनल्ड, पिज़्ज़ा हट, तनिष्क ज्वेलर जैसी ब्रांडेड कंपनियां अपनी फ्रेंचाइजी देती हैं जिसके लिए वह फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति से एक तयशुदा राशि लेती है।
इसके पश्चात वह व्यक्ति इस कंपनी की एक ब्रांच खोल सकता है। इसी का फायदा उठाकर आरोपी इस प्रकार की ब्रांडेड कंपनी की फ्रेंचाइजी बेचने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ मैकडॉनल्ड की फ्रेंचाइजी दिलवाने के नाम पर 39.20 लाख रुपए की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने मैकडॉनल्ड कंपनी की एक फर्जी ईमेल info@mcdonaldsfranchise.net बनाकर फ्रेंचाइजी खरीदने वाले व्यक्ति को मेल भेजते हैं जिसमें वह उस व्यक्ति की जानकारी, आउटलेट खोलने का पता, इंफ्रास्ट्रक्चर इत्यादि की जानकारी भरने के लिए कहते हैं। इसके पश्चात मैकडॉनल्ड फ्रेंचाइजी के फार्म के अप्रूवल चार्ज, डेवलपमेंट चार्ज, एनओसी चार्ज, साइट डेकोरेशन एंड फर्नीचर चार्ज इत्यादि के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं। इस प्रकार फरीदाबाद निवासी सुरेश कुमार ने आरोपियों को करीब 39.20 लाख रुपए दे दिए और जब उन्हें उनके साथ हुई धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उन्होंने 4 अगस्त को साइबर थाना सेंट्रल में इसकी शिकायत थी जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके उनकी तलाश शुरू की गई। डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ के दिशा निर्देश अनुसार थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया जिसमें उपनिरीक्षक बाबूराम, सहायक उप निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह , मुख्य सिपाही दिनेश, मुख्य व देवेन्द्र कुमार, सिपाही कर्मबीर, सिपाही संदीप तथा सिपाही शमशेर का नाम शामिल था। पुलिस टीम ने तकनीकी की सहायता के आधार पर कड़ी मशक्कत करते हुए मामले में शामिल आरोपी प्रशांत कुमार उर्फ रवि को बिहार के पटना से 9 अगस्त को तथा आरोपी कोशैलेंद्र उर्फ लल्लू को बिहार के नवादा जिले के वारसीलिंग से 20 अगस्त को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी कोशैलेंद्र को बिहार में अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेकर 2 लाख रुपए, 10 मोबाईल फोन व 67 डेबिट कार्ड बरामद किए गए है। आरोपी प्रशांत ने ठगी के रूपयो से 8 लाख रुपए की स्विफ्ट कार खरीदी थी को भी बरामद किया, लैपटॉप हार्ड डिस्क पेनड्राइव और 20 हजार रुपए नगद, बरामद की गई है। आरोपी प्रशांत को 9 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। आरोपी कोशैलेंद्र उर्फ लल्लू को 3 दिन के रहादारी पुलिस रिमांड पर लाया गया है। दोनों आरोपियों के कब्जे से 29 मोबाइल फोन, 70 डेबिट कार्ड व चेक बुक, लैपटॉप हार्ड डिस्क पेनड्राइव व 2.20 लाख रुपए बरामद किए गए। आरोपी प्रशांत कुमार, परफॉर्मा डिजाइन, पेज डिजान, डॉक्यूमेंट बनाने का काम करता है तथा आरोपी कोशैलेंद्र उर्फ लल्लू फर्जी अकाउंट उपलब्ध कराने का तथा खातो से पैसे निकालने का काम करता है। आरोपी कोशैलेंद्र ने मुम्बई, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद और उडीसा फ्रॉड की वारदातों में अदालत से जमान पर चल रहा है। मामले में पूछताछ जारी है पूछताछ के पश्चात मामले में शामिल अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।